Torque on Electric Dipole in uniform Electric Field/समरुप वैद्युत क्षेत्र में द्विध्रुव पर लगने वाले बलयुग्म का आघूर्ण:-
एक समान वैद्युत क्षेत्र में द्विध्रुव को विक्षेप (
) की स्थिति में दिखाया गया है।द्विध्रुव के दोनों आवेशों पर लगने वाला वैद्युत बल समान होगा, परन्तु दिशा विपरीत होगी एवं दोनों की क्रियारेखायें भिन्न हैं.। इस प्रकार ये दोनों एक बलयुग्म बनाते हैं.। इस बलयुग्म के आघूर्ण को ग्रीक अक्षर (
) से प्रदर्शित करते हैं।
समी0 (2) से का मान समी0 (1) में रखने पर
बलयुग्म के आघूर्ण का सदिश रूप निम्न प्रकार से लिखा जा सकता है-
(1) जब
, तो 
यह स्थायी सन्तुलन की अवस्था होगी।
(2) जब
तो 
(3)
में
यदि 
तथा
अर्थात 
तो
अर्थात वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण उस बलयुग्म आघूर्ण के बराबर है, जो कि वैद्युत द्विध्रुव पर तब कार्य करता है जबकि वैद्युत द्विध्रुव एकसमान वैद्युत क्षेत्र में की एकांक तीव्रता के लम्बवत रखा गया हो।
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