Potential Energy of Dipole in a Uniform Electric Field/एकसमान वैद्युत क्षेत्र में द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा:-
अनन्त से वैद्युत क्षेत्र में वैद्युत द्विध्रुव को लाने में किया गया कार्य वैद्युत द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा कहलाती है।
या
वैद्युत क्षेत्र में वैद्युत को उसकी शून्य ऊर्जा (अर्थात
)अवस्था से किसी विशेष स्थिति (
) तक लाने में किया गया कार्य वैद्युत द्विध्रुव की उस स्थिति में उस में संचित स्थितिज ऊर्जा के तुल्य होता।
या
वैद्युत क्षेत्र में वैद्युत को उसकी शून्य ऊर्जा (अर्थात
द्विध्रुव पर लगने वाले बलयुग्म का आघूर्ण,
विक्षेप की स्थिति पर
इस स्थिति से द्विध्रुव को
कोणीय विस्थापन करने में किया गया कार्य
अतः शून्य ऊर्जा (अर्थात
)अवस्था से किसी विशेष स्थिति (
) तक लाने में किया गया कार्य अर्थात वैद्युत द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा
विक्षेप की स्थिति पर,
वैद्युत स्थितिज ऊर्जा एक अदिश राशि है.। इसका मात्रक जूल है।
(1) जब 
(2) जब 

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